एक न्यूज चैनल देश रहा था, जिसमे एक रिपोर्ट दिखाई जा रही थी रिपोर्ट थी बुश पर , जो अपना कार्यकाल समाप्त करने जा रहे है , और उसमे बुश एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे ! बुश का कहना था की अभी हाल के सालों में अमेरिका की साक जरूर ख़राब हुई है लेकिन आज भी लोग उन्हें पसंद करते है , अगर आप अफ्रीका जाए या आप भारत जाए तो वहाँ के लोगो से मेरे बारे में पूंछे आपको अच्छी बात सुनने को मिलेंगी !
दरअसल ये बात कहकर शायद अपने दिल को समझा रहे थे और जाते जाते कुछ गलतिया भी स्वीकारना चाह रहे थे ! 9/11 के बाद जिस तरह से पूरी दुनिया ने करवट ली तो इस दुनिया का भूगोल ही बदल गया ! भयावह आतंकवाद का भूत जो केवल भारत जैसे देश के लिए नासूर बना हुआ था वो अपनी बोतल से निकल कर पूरी दुनिया पर छाने लगा , फिर चाहे वो अमेरिका हो ,ब्रिटेन हो या मेड्रिड में हुए बम धमाके, सभी जगह ये देखा जाने लगा की जो भारत इतने सालों से चीख-चीख कर अपनी बात दुनिया को बता रहा था , वो सही थी !
दरअसल सच बात तो ये है की अमेरिका द्वारा छेड़ी गई लडाई का कोई हल नही निकला , बल्कि उसने अपने हजारों करोडो डॉलर और बहुत सारे सैनिको को जरूर गंवाया ! आज भी अफगानिस्तान और इराक में एक दिन भी ऐसा नही जाता है जिसमे रोज एक अमेरिकी ना मारा जाता हो , बल्कि अब तो अमेरिका चाहकर भी अपना हाथ इराक और अफगान से नही निकल पा रहा है !
अब अगर बुश ये कहना की भारतीय लोग उन्हें पसंद करते है तो क्या सच है ? , क्या भारत की जनता सचमुच बुश के बारे में अच्छा सोचती है ! मुझे तो नही लगता , बुश आंशिक रूप से ही भारत के लिए अच्छे हुए, वो भी बस न्यूक डील को लेकर , वरना बुश ने हम गरीब भारतीयों को दिया क्या है ? बेवजह आर्थिकमंदी के , युध्द के , महंगाई के ! आपको याद होगा पेट्रोल और डीजल के दाम इराक युध्द की वजह से ही असमान छूने लगे थे ! दो देशो पर युध्द करने वाला अमेरिका भारत को शान्ति का पाठ पढ़ाता है ! लेकिन उसका इसमें ख़ुद निजी स्वार्थ छिपा हुआ है अगर भारत, पाक पर जंग छेड़ता है तो पाक अपनी फौजों को अफगानिस्तान से हटा लेगा जो अमेरिका नही चाहता है !
जबकि बात रही न्यूक डील की तो उसमे वो एशिया में चीन से कड़ी टक्कर लेने के लिए भारत को आगे लाना है, क्योंकि अमेरिका जनता है की एशिया का ये ड्रेगन बहुत ऊँची उड़ान भर रहा है और इसकी गति केवल बाघ ही रोक सकता है ! इसीलिए अमेरिका और चीन के बीच में भारत कहीं बीच का बन्दर न बनकर रह जाए इसके लिए भारत सरकार को अपनी विदेश नीति के आवश्यक बदलाव करने होंगे , हाँ ये बात सहीं है कि अगर हमें 2025 तक कुछ बनना भी है तो 3 दुनिया के देशो जैसा व्यवहार करना बंद करे !
1 comment:
yes dear.
america has lost even more than 3ice of the people which they lost in 9/11 attack..so it was a silly reaction by bush..but dear we cant do anything accept looking for time gonna come...
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